Madhu Arora

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -17-May-2022चेहरा

चेहरा हर इंसान की पहचान है
  मुस्कान भरा हो 
   या कुटिलता से परिपूर्ण 
   चेहरा खुली किताब है
  मन के भाव बताता चेहरा
   कुछ-कुछ राज छुपाता चेहरा 
   भावों पर चेहरे की चादर 
   तेरी मेरी पहचान बताता चेहरा
   खुशी में गुलाब सा खिल जाता चेहरा
    ममता बरसाता, 
    विपदा में अति मुरझा जाता
    क्रोध में वीभत्स बन जाता चेहरा
    चालबाजो को चाल चलते देखा
    चेहरे का रंग बदलते देखा
    मीठे बोल बोल अमृत रस घोलते देखा।
    हर भाव झलकाता चेहरा
     हर प्रांत का हर देश का हो कोई भी मानव 
     रूप रंग जाति हो कोई भाव सामान सबके होंगे
     उम्र के हर दौर का चेहरा 
     चेहरे का उतार-चढ़ाव एक
     प्रेमभाव क्रोध आवेश हावभाव 
     दुश्मन देख लाल होता चेहरा 
     सबके दिल का देता हिसाब 
     जीवन की खुली किताब है चेहरा।
                रचनाकार ✍️
                मधु अरोरा
प्रतियोगिता हेतु
           17.5.2022
      

   10
9 Comments

Shrishti pandey

18-May-2022 11:11 AM

Nice

Reply

Punam verma

18-May-2022 10:27 AM

Nice

Reply

Niraj Pandey

18-May-2022 12:21 AM

बहुत खूब

Reply